G20 'नई दिल्ली लीडर्स घोषणा पत्र'
भारत ने कूटनीतिक मंच पर एक और जीत हासिल कर ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित जी-20 की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन सभी सदस्य देशों के बीच साझा घोषणा पत्र पर सहमति बनने के बाद इसको जारी कर दिया गया।
भारत ने कूटनीतिक मंच पर एक और जीत हासिल कर ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आयोजित जी-20 की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन सभी सदस्य देशों के बीच साझा घोषणा पत्र पर सहमति बनने के बाद इसको जारी कर दिया गया।
वर्तमान समय में भारत में राष्ट्रवाद अपने क्वथनांक बिंदु में पहुंच चुका हैं। यह बात भारत ही नहीं पूरे विश्व में दिखलाई पड़ती है। जहां एक और प्रशांत महासागर से लेकर अटलांटिक महासागर तक कारा सी से लेकर स्ट्रेट ऑफ हरमुज तक,सब जगह सिर्फ़ राष्ट्रवाद ही अपने उफान में हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक अमेरिकी सफल यात्रा के बाद प्रधानमंत्री फ्रांस की अविस्मरणी बास्तिल डे परेड में शिरकत किया उसके बाद प्रधानमंत्री संयुक्त अरब अमीरात पहुचं चुके है।
हाल ही में वर्ष 2022 का नोबेल शांति पुरस्कार बेलारूस के मानवाधिकार अधिवक्ता एलेस बालियात्स्की, रूसी मानवाधिकार संगठन मेमोरियल और यूक्रेनी मानवाधिकार संगठन सेंटर फॉर सिविल लिबर्टीज़ को प्रदान किया गया।एक ऐसे समय में जब दुनियां में और भी बहुत अच्छे लोग मानवतावादी कार्य कर रहे हैं। लेकिन शांति का नोबेल पुरस्कार उनको नही दिया गया परंतु बेलारूस के अधिवक्ता को पुरस्कार देना नोबेल पुरस्कार के ऊपर प्रश्र चिन्ह खड़ा करता हैं कि शायद इस पुरस्कार के माध्यम से वह दुनिया को कुछ और दिखाना चाहते हैं।
द ग्रेट गेम (अफगानिस्तान)
वर्तमान में म्यांमार कि स्थिति फ्रांस के जैकोबिन काल से मिलती है। जिस प्रकार राब्स पीयर फ्रांस में अपना कहर बरसा रहा था। उसी तर्ज में म्यांमार की सेना भी दिखाई दे रही है। म्यांमार में मौत का कहर जारी है।
हाल में 9 जून को जारी हुई अंकटाड की ( विश्व निवेश रिपोर्ट) जिसमे भारत का सातवां स्थान प्राप्त हुआ है। एफडीआई के अधिक निवेश को आकर्षित करने में सर्वोच्च स्थान पर अमेरिका रहा। भारत को 2020 के वित्तीय वर्ष पर 64 अरब डालर का एफडीआई प्राप्त हुआ था। वही 2021 में यह घट कर मात्र 43 अरब डालर पहुंच गया है। रिपोर्ट में यह बताया गया कि पूर्वी एशिया , पश्चिम एशिया, मध्य एशिया व दक्षिण पूर्व एशिया में एफडीआई का निवेश अधिक हुआ है। वही दक्षिण एशिया में एफडीआई की रिकार्ड गिरावट दर्ज कि गई है। हालांकि, भारत से बाहिर्वाह एफडीआई (outward FDI) 2021 में 43 प्रतिशत से बढ़कर 15.5 अरब डॉलर हो गयी है।
फैशन उद्योग भारत में आज से नहीं बल्कि सिंधु सभ्यता से अपनी एक प्रतिष्ठा स्थापित किए हुए हैं। वहीं परिधान, खान, पान किसी संस्कृति का निर्माण के वाहक होते हैं।
हाल ही में हुआ संगरीला डायलॉग जो 10जून से 12जून के बीच सिंगापुर में संपन्न हुआ।इसमें विश्व के अनेक देशों के प्रतिनिधि मण्डल ने शिरकत किया। संगरीला डायलॉग को लंदन स्थित एक थिंक टैंक इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्ट्रेटजिक स्टडीज द्वारा अयोजित किया जाता है।
भारत के एक पार्टी के प्रवक्ता ने टीवी चैनल में पैगम्बर साहब के लिए गलत टिप्पणी से पूरे देश का सौहार्द बिगाड़ कर रख दिया है। जम्मू से लेकर द्रविड़ के राज्यों तक हिंसक घटनाओं सिलसिला शुरू है।विश्व के मुस्लिम देशों ने भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त किया है।
आज पूरा विश्व वर्ड फूड सेफ्टी डे मना रहा है।2022 की थीम सुरक्षित भोजन,बेहतर स्वास्थ्य है। इस थीम की घोषणा डबल्यू एच ओ द्वारा की गई है।वही एक रिपोर्ट विश्व के दूषित भोजन पर भी यह बताती है कि मसलन दुनिया भर में अनुमानित 4 लाख 20 हजार लोग हर साल दूषित भोजन से मर जाते है।वही मरने वाले में 5 साल से कम उम्र के बच्चों की संख्या सवा लाख के आस पास रहती है।वही दुनिया की लगभग 2अरब से अधिक आबादी भुखमरी और कुपोषण के कगार में खड़ी है।
सिंधु सभ्यता में प्रकृति ईश्वर के रूप में थी।आज भी भारतीय समाज में यह दिखलाई पड़ता है। वही प्रथ्वी जिसने मनुष्य को जीना सिखाया मनुष्य आज उसी का दोहन शुरू कर दिया है। तो पृथ्वी अपना प्रलय रूप धारण करके सामंजस्य की स्थिति का निर्माण करना भी जानती है।इंसान रूपी जानवर जब अपनी महत्वाकांक्षा के चलते सभी को अपना निवाला बनाता चला जा रहा है। तो जल, जंगल इससे दुभर नहीं है।
हाल में सुप्रीम कोर्ट ने अनुच्छेद 142 का सहारा लेते हुए समाज में फैली कुरीतियों समाप्त करने के लिए एक ऐतिहासिक फैसला दिया। उसने कहा कि सेक्स वर्क भी एक प्रोफेशन है। सुप्रीम कोर्ट ने यह बताया कि बाकी वर्कर के आधार पर सेक्स वर्करों को भी इक्वल प्रोटक्शन है,लॉ का और हक है।
हाल ही में आई परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण की यह रिपोर्ट 2019 से 2021 के बीच की है। सर्वेक्षण के अनुसार 2019से 2021 के दौरान 18से 29साल उम्र की विवाहित में से 25फीसदी महिला ऐसी है।जिनका विवाह 18 साल से पहले हुआ। इसी प्रकार 21 से पहले विवाह करने वाले पुरुषों की संख्या 15%थी। देश में फिलहाल स्त्रियों के लिए विवाह की कानूनी न्यूनतम आयु 18 और पुरुषों के लिए 21 वर्ष है। जाहिर तौर पर कानूनी रूप से विवाह के लिए तय न्यूनतम आयु से पहले शादी करने को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे।
उत्तराखंड का ट्रिप
जिस प्रकार (नेपोलियन क्रांति का पुत्र भी था और क्रांति का हंता भी था) उसी प्रकार राजपक्षे परिवार श्रीलंका में दिखलाई पड़ता है।
प्रधानमंत्री का तीन दिवसीय दौरा चर्चा का विषय बना हुआ है।जब रूस यूक्रेन विवाद चरम पर है। दुनिया दो ध्रुव में बटती दिख रही है। चाइना महाशक्ति बनने की कगार पर खड़ा है, और वही यूरोप जो जिओ पॉलिटिक्स की बात नहीं करता था, बैलेंस आफ पावर की बात करता था। आज इंडो पैसिफिक के लिए अलग नीति बना रहा है। यूरोपीय देश यह जरूर जानते हैं कि भारत का रुख रूस यूक्रेन विवाद में अलग है। लेकिन वह भारत की तरफ संबंध बढ़ाना चाहते हैं।
वसीयत :